कोरोना शायरी। Korona Shayari । New Hindi Shayari
Hi, friend's
अभी पूरी दुनिया में कोरोना का कहर जारी है। पूरी दुनिया अपने अपने घरों में सिमट कर रह गई है।
आशा है आप अपने घर पर सुरक्षित होंगे।
ऐसे माहौल में हम आपके लिए
कोरोना पर New Hindi Shayari लेकर आए हैं।
I hope आपको पसंद आएगी
So lat's read
My Corona shayari
Corona shayari |
बहुत बर्बाद किया
तुम्हें प्रकृति,
हमें अपने
किए पे खेद है।
नतीज़ा आज ये हुआ कि
पशु ,पक्षी सब आजाद है
और इंसान
पिंजरे में कैद है।
🤔BLK✍
कोरोना शायरी। Korona Shayari । New Hindi Shayari
__________________________________________________
दुनिया में
कोरोना के कहर ने,
कोरोना के कहर ने,
क्या से क्या हालात
बना डाला।
बना डाला।
सूनी हुई सड़कें,
बंद हुए दरवाजे
बड़े-बड़े शहरों को,
देहात बना डाला।
अपने ही घर में कैद हुआ आदमी।
आशियाने को हवालात बना डाला।
बड़ी चहल पहल थी रौनक-ए- महफ़िल में,
अच्छे खासे दिनों को
दर्द भरी रात बना डाला।
दुनियां में कोरोना के कहर ने
क्या से क्या हालात बना डाला।
________________________
ज्योतिष लाचार हुए।
तांत्रिक भी फेल हो रहे हैं।
पंडित,काजी,मुल्ला हैरान,
प्रकृति के क्या खेल हो रहे हैं।
नर्स बनी हैं देवी,
डॉक्टर बने है भगवान।
जिनकी रहमत,कृपा होनी थी
उनकी तो अभी बन्द पड़ी है दूकान।
दिन रात पहरा दे रहा है जवान
खेत से अन्न ला रहा है किसान।
चमत्कारी,पाखंडी सब घरों में घुस गए।
अस्पतालों में कोरोना से लड़ रहा है बस विज्ञान।
मानवता को मारकर इंसान ने
जो स्वार्थ का दरिया बहाया है।
प्रकृति ने मनुष्य को सबक सिखाने के लिए,
कोरोना का कहर ढहाया है।
प्रकृति को प्रेम करो
मानवता का संचार करो।
सभी प्राणियों का हक है
पृथ्वी पर,
तुम ना इस पर यू अधिकार करो।
पसंद आई तो कमेंट जरुर करें 🙏😊
बड़ी चहल पहल थी रौनक-ए- महफ़िल में,
अच्छे खासे दिनों को
दर्द भरी रात बना डाला।
दुनियां में कोरोना के कहर ने
क्या से क्या हालात बना डाला।
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ज्योतिष लाचार हुए।
तांत्रिक भी फेल हो रहे हैं।
पंडित,काजी,मुल्ला हैरान,
प्रकृति के क्या खेल हो रहे हैं।
नर्स बनी हैं देवी,
डॉक्टर बने है भगवान।
जिनकी रहमत,कृपा होनी थी
उनकी तो अभी बन्द पड़ी है दूकान।
दिन रात पहरा दे रहा है जवान
खेत से अन्न ला रहा है किसान।
चमत्कारी,पाखंडी सब घरों में घुस गए।
अस्पतालों में कोरोना से लड़ रहा है बस विज्ञान।
मानवता को मारकर इंसान ने
जो स्वार्थ का दरिया बहाया है।
प्रकृति ने मनुष्य को सबक सिखाने के लिए,
कोरोना का कहर ढहाया है।
प्रकृति को प्रेम करो
मानवता का संचार करो।
सभी प्राणियों का हक है
पृथ्वी पर,
तुम ना इस पर यू अधिकार करो।
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