गजल - गैरों से मिलो मगर...। New Hindi Shayari

Hello दोस्तो
क्या आपको गजल पढ़ना पसंद है।

तो चलिए आज हम आपके लिए एक नई गजल लेकर आए हैं।
गैरों से मिलो मगर...। New Hindi Shayari


New Gajal
 


गैरों से बेशक मिलो मगर,फासला बनाकर
लूट लेते हैं लोग यहां अपना बनाकर।

हाल ए दिल क्या बताए अब उन्हें
वो हाल पूछते है
हमें मरीज ए इश्क बनाकर।

माफ़ी मांग भी लिया करो
माफ भी कर दिया करो।
खुश रह ना पाओगे 
गिले शिकवे दिल में दबाकर।

New Hindi Shayari

New Hindi Gajal


बुरी सोहबातो में 
गुजार दिए कई दिन
कीमत अब समझ आई वक्त की
वक्त गवाकर।

काम जो भी करो
सोच समझ के करना
जो किया वहीं देगी जिंदगी 
आइना दिखाकर।

मां बाप के पैसे से 
ख़्वाहिशें पूरी करने वालों
उनकी जरूरतें ही पूरी कर देना 
खुद कमाकर।




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